एनसीसी का 74वां स्थापना दिवस; रक्षा सचिव ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर बलिदानी शूरवीरों को श्रद्धांजलि अर्पित की

धर्म कर्म फ्लैश न्यूज राष्ट्रीय

विश्व का सबसे बड़ा वर्दीधारी युवा संगठन नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) की स्थापना 1848 में हुई थी। संगठन 27 नवंबर, 2022 को अपना 74वां स्थापना दिवस मनायेगा। इसी क्रम में रक्षा सचिव श्री गिरिधर अरमाने ने आज 26 नवंबर, 2022 को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पूरे एनसीसी समुदाय की तरफ से बलिदानी शूरवीरों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/PIC1(10)J0T7.jpg

इस अवसर पर रक्षा सचिव ने कहा कि गत कुछ वर्षों से एनसीसी का अपरिमित विकास हुआ है। वर्दीधारी युवा राष्ट्र निर्माण से जुड़ी हर गतिविधि में योगदान देने के लिये कंधा से कंधा मिलाकर जुट जाते हैं। एनसीसी स्थापना दिवस सभी राज्यों की राजधानियों में मनाया जा रहा है, जहां कैडेट मार्च-पास्ट, सांस्कृतिक गतिविधियों और सामाजिक विकास कार्यक्रमो में हिस्सा ले रहे हैं।

पुनीत सागर अभियान जैसे किसी एकल संगठन द्वारा चलाये जाने वाले सबसे बड़े स्वच्छता अभियान की तरह राष्ट्रव्यापी गतिविधि से लेकर एक भारत श्रेष्ठ भारत कैम्प, स्वच्छ भारत अभियान, हर घर तिरंगा और एक्स योगदान (कोविड राहत अभियान) तक में एनसीसी कैडटों ने हर जगह अपनी अमिट छाप छोड़ी है। हाल ही में एक लाख से अधिक कैडटों को संगठन से जोड़ने के बाद एनसीसी का विस्तार देश के तटीय और सीमावर्ती इलाकों तक हो गया है। इसके कारण इन इलाकों के युवा सशस्त्र बलों में शामिल होकर राष्ट्र निर्माण के लिये प्रेरित हो रहे हैं।

एनसीसी चार दशकों से अंतर्राष्ट्रीय रिश्तों को बढ़ाने का मंच रहा है। इस दौरान एनसीसी ने अपने कैडटों को 25 से अधिक देशों में युवा आदान-प्रदान कार्यक्रमों के तहत शांति व एकता का दूत बनाकर भेजा। एनसीसी ने कई वर्षों तक इस कार्यक्रम के तहत 30 से अधिक देशों के कैडटों की मेजबानी की।

एनसीसी की बहुआयामी गतिविधियों और विविधतापूर्ण पाठ्यक्रम में युवाओं को आत्म-विकास के अनोखी अवसर मिलते हैं। कई कैडटों ने खेल व रोमांच के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल करके राष्ट्र और संगठन को गौरान्वित किया है।

 

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/PIC3(3)0M9Z.JPG

सूचना :- यह खबर संवाददाता   के द्वारा अपडेट की गई है। इस खबर की सम्पूर्ण जिम्मेदारी संवाददाता जी की होगी। www.loktantraudghosh.com लोकतंत्र उद्घोष या संपादक मंडल की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *