सामाजिक कल्याण विभाग का बदला नाम, बेरोजगार युवाओं को विदेश में मिलेगा स्व रोजगार, आदि शंकराचार्य की प्रतिमा के लिए 198 करोड़ की मंजूरी
उज्जैन में सिंहस्थ 2028 के लिए कान्हा नदी को डायवर्ट करने को कैबिनेट की मंजूरी
संजय बाबा यादव
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंत्रालय में कैबिनेट की बैठक हुई. सबसे पहले राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के गायन के साथ मीटिंग प्रारंभ हुई. शिवराज कैबिनेट की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं।
सामाजिक कल्याण विभाग का नाम बदल दिया गया है. अब जनजातीय कार्य विभाग के नाम से जाएगा.
जनवरी में मध्यप्रदेश में खेलों इण्डिया के 178 करोड़ रुपए की राशि को सैद्धांतिक रूप से स्वीकृति मिली है.
बेरोजगार युवाओं के लिए विदेश में स्व रोज़गार उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया गया है कान नदी का जल क्षिप्रा में नहीं मिले इसके लिए 598 करोड़ रुपए की परियोजना को मंजूरी मिली है। पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक वर्ग के लिए नई योजना को स्वीकृति दी गई, ओम्कारेश्वर में आदि शंकराचार्य की प्रतिमा के लिए 198 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई।
प्रदेश को मुख्यमंत्री चौहान मंत्रीमंडल ने दी एक और सौगात
598 करोड़ की कान्हा नदी डायवर्सन क्लोज डक्ट परियोजना को कैबिनेट बैठक में स्वीकृति दे दी है। इन्दौर शहर के समीप बहने वाली कान्ह नदी के दूषित जल को शिप्रा नदी में मिलने से रोकने के लिए जल संसाधन विभाग की 598 करोड़ 66 लाख की परियोजना को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट् बैठक में आज मंजूरी दी है। कान्ह नदी में इन्दौर शहर एवं औद्योगिक क्षेत्र का प्रदूषित जल प्रवाहित होता है। कान्ह नदी आगे चल कर उज्जैन के समीप क्षिप्रा में मिलती है शिप्रा नदी के जल को कान्ह नदी के दूषित जल से बचाने के लिये कान्ह नदी डायवर्सन क्लोज डक्ट परियोजना तैयार की गई है।
महाकाल की कृपा से महाकाल लोक के बाद उज्जैनी नगरी के लिए
यह एक और सौगात है। जिसका सार्थक स्वरूप वर्ष-2028 के महाकुंभ सिंहस्थ में देखने को मिलेगा और पवित्र शिप्रा नदी में श्रद्धालुओ के लिए स्वच्छ जल स्नान के लिए उपलब्ध होगा। इस योजना के अन्तर्गत कान्ह नदी के दूषित जल को शिप्रा नदी में मिलने से रोकने के लिए ग्राम गोठड़ा जिला उज्जैन के समीप एक स्टॉप डेम बनाकर दूषित जल को डायवर्सन करते हुए उज्जैन शहर के कालियादेह ग्राम के समीप पुनः शिप्रा नदी में प्रवाहित करने की योजना प्रस्तावित की गई है।
यह योजना आगामी सिंहस्थ वर्ष-2028 के पूर्व पूर्ण कर ली जावेगी। आगामी 30 वर्षों की अनुमानित जनसंख्या के आधार पर योजना तैयार की गई है। योजना के अन्तर्गत कान्ह नदी के 40 क्यूमैक नॉन मानसून फ्लो को डायवर्ट किया जाना प्रस्तावित है। परियोजना के अन्तर्गत 100 मीटर लम्बाई में एप्रोच चैनल का निर्माण, 16.5 कि.मी. लम्बाई में 4.5 मीटर D-आकार के भूमिगत आर.सी.सी. बॉक्स का निर्माण तथा अंतिम 100 मीटर लम्बाई में ओपन चैनल का निर्माण किया जाएगा। परियोजना का रख-रखाव निर्माण ऐजेन्सी द्वारा 15 वर्ष तक किया जाएगा।
इन अहम प्रस्तावों को मिली मंजूरी
1-सामाजिक कल्याण विभाग का नाम बदला।
2-जनवरी में मध्यप्रदेश में खेलों इण्डिया के 178 करोड़ रुपए की राशि को सैद्धांतिक रूप से स्वीकृति।
3-पिछड़े वर्ग के बच्चों को रोजगार प्रशिक्षण के लिए विदेश भेजने की कार्य योजना को स्वीकृति।
4- 226 स्वास्थ्य केंद्रों का उन्नयन होगा, प्रस्ताव पारित।
5-कान नदी का जल क्षिप्रा में नही मिले, इसके लिए 598 करोड़ रुपए की परियोजना को मंजूरी।
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