सुनील जैन
अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव
चुनाव के लिए आर एस एस द्वारा कराए सर्वे ने भाजपा और संगठन की हालत खराब कर दी है
वजह है इनके मंत्री और विधायकों के प्रति जनता में आक्रोश
सर्वे से मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान लग रहे की आखिर वे जनता को भाजपा से जोड़ क्यों नहीं पा रहे हैं
सत्ता और संघठन से प्रदेश की जनता नाराज क्यों है
आख़िर शिवराज के कार्यकाल में भाजपा का जनाधार क्यों कम हो रहा है! भाजपा के सूत्रों के माने तो वर्तमान विधायकों में से 70 से 80 विधायक खतरे में है
विधायकों का खतरे में होना और जनाधार कम होने का एक प्रमुख कारण यह हैं की भाजपा के नेता, मंत्री, विधायक और सांसद सत्ता के मद में चकनाचूर हो चुके हैं
और रही सही कसर कांग्रेस से आए नेताओं ने पूरी कर दी पूरे प्रदेश में अफसर शाही जबरदस्त तरीके से हावी है
स्थिति यह हैं की ज़िले में पदस्थ कालेक्टरों और कमिश्नर पार्षद,विधायक, सांसद तक की बात नहीं सुनते
जिसका नतीजा भाजपा के ज़मीनी कार्यकर्ताओं के काम नहीं हुवे और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री अफसरों की हाँ में हाँ मिलाकर सत्ता चलाते रहे!सिंधिया समर्थक मंत्री जिनकी बदौलत प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी उनके मंत्रियों की ही सरकार ने फ़ाईल बनाना शुरू कर दी!
दूसरी ओर सिंधिया और उनके समर्थकों को भाजपा आज भी सहन नही कर पा रही हैं
भाजपा और उनकी बीच दूरियां आज भी बरकरार हैं और आने वाले दिनों यह दूरियां टकराहट का रूप ले सकती हैं
जिसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ सकता है
जो भी हो इस सर्वे में सत्ता भाजपा के हाथ से आगामी विधानसभा चुनाव में फिसलती नज़र आ रही है!

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