महामंडलेश्वर अतुलेशानंद सरस्वती आचार्य शेखर ने इस मामले मे कहा कि कमलनाथ हों या कांग्रेसी, ये सब नास्तिक हैं,
भगवान को मानते ही नहीं है/ ये कहते हैं राम काल्पनिक है/
संतउज्जैन में साधु संतो ने पूर्व सीएम कमलनाथ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आईजी को आवेदन सौंपा
संजय बाबा यादव
उज्जैन-मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने अपने जन्मदिन पर मंदिर नुमा केक काटने के मामले पर राजनीति गरमा गई है. जहां उज्जैन के संतो ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के खिलाफ आईजी को ज्ञापन सौंपा है. इनमें आरोप लगाया कि कमलनाथ ने लाखों हिंदुओं की भावना के साथ खिलवाड़ किया है. इसके साथ ही संतो ने भारतीय दंड संहिता की धारा के तहत केस दर्ज करने की मांग की है/
वहीं, क्रांतिकारी संत परमहंस डॉ.अवधेशपुरी महाराज ने बताया कि पूर्व सीएम कमलनाथ हनुमान जी वाले मंदिर नुमा केक को काटकर सहयोगियों के साथ जन्मदिन मना रहे हैं. हालांकि, संतो का कहना है कि उनके इस कृत्य से लाखों हिन्दुओ की आस्था को आघात पहुंचा है. साथ ही कहा कि भविष्य में कोई भी विधर्मी इस प्रकार का दुस्साहस न कर सके. इसीलिए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके सहयोगियों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 295, 295 ए के तहत केस दर्ज कर उन्हें कठोर से कठोर सजा दी जाना चाहिए.
भाजमुयो ने पूर्व CM कमलनाथ का किया पुतला दहन
दरअसल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के जन्मदिन पर छिंदवाडा में मंदिर स्वरूप का केक काटने एवं मंदिर की आकृति के केक के साथ फोटो वायरल होने पर भाजयुमों ने शहीद पार्क पर कमलनाथ का पुतला जलाया. भाजयुमो ने निशाना साधते हुए कहा कि कमलनाथ ने जिस केक को काटा, वह मंदिर की आकृति का था/
जिससे हिन्दू समाज की धार्मिक भावना को ठेस पहुंची है. इस दौरान भाजयुमों जिला अध्यक्ष हर्षवर्धन सिंह कुशवाह, महामंत्री सत्यनारायण खोईवाल, विशाल राजोरिया, संजय अग्रवाल, प्रदेश मंत्री अमय आप्टे, कोषाध्यक्ष जयंत राव गरुड़, दीपक नामदेव ने विरोध जताया था/
कमलनाथ हो या कांग्रेसी,ये सब नास्तिक- आचार्य शेखर
वहीं, महामंडलेश्वर अतुलेशानंद सरस्वती आचार्य शेखर ने इस मामले मे कहा कि कमलनाथ हों या कांग्रेसी, ये सब नास्तिक हैं, भगवान को मानते ही नहीं है.ये कहते हैं राम काल्पनिक है, लेकिन देश के अंदर एक नई क्रांति आ गई. राम मंदिर निर्माण हो रहा है. ये इनको समझ आ गया, वोट की राजनीति के लिए धार्मिक बन रहे हैं. ये अच्छी बात है नास्तिक भी आस्तिक बन रहे हैं. ये हमारी सफलता है.
ये हमारे आंदोलन राम जन्म भूमि की जीत है कि नास्तिक भी आस्तिक हो रहे हैं. लेकिन भगवान की भारतीय संस्कृति के अनुसार पूजा अर्चना करें, ना कि पाश्चात्य संस्कृति की तरह केक काटे. इसकी तो जनता भी आलोचना कर रही है.
जानिए कैसा बना था मंदिरनुमा केक?
इस दौरान जो समर्थक कमलनाथ के लिए केक लेकर आया था वो 4 लेयर का है. जिसमे सबसे नीचे की लेयर पर लिखा हुआ हैं – हम हैं छिंदवाड़ा वाले, इससे ऊपर दूसरी पर लिखा है कि जीवेत शरद: शतम, तीसरी लेयर पर लिखा है कि माननीय कमलनाथ जी और चौथी लेयर पर जननायक लिखा हुआ था. सबसे ऊपर मंदिर की तरह शिखर और भगवा झंडा जिसपर हनुमान जी का फोटो लगा हुआ था.
केक मामले पर CM शिवराज ने भी साधा था निशाना
बता दें कि, कमलनाथ के हनुमान जी की तस्वीर वाले केक काटने पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी उन पर हमला बोला था. सीएम ने कहा कि यह सनातन धर्म का अपमान, कमलनाथ से मांग करते हैं कि वो माफी मांगे. उन्होंने कहा कि यह सनातन परंपरा का अपमान है, हिंदू धर्म का अपमान है.

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