✒ भारत जोड़ों यात्रा को प्रभावित करने के लिए केंद्र सरकार की जादूगरी समझिए
सुनील जैन
आज के दौर की राजनीति कितनी कलुषित होती जा रही है यह नरेंद्र मोदी के सत्ता सम्हालने के बाद से आज तक देखने को मिल रहा है …
भले ही विपक्ष अपने आंतरिक कारणों से मतदाताओं का विश्वास हासिल न कर पा रहे हों । किंतु किसी भी सत्तारूढ सरकार को अपना आचरण मर्यादित रखना चाहिए ..
भारतरत्न राजीव गांधी के पुत्र , जो अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रह चुके हैं , उनका सत्तारूढ़ दल आज तक मखौल उड़ाता आ रहा है …यह स्वस्थ राजनीति नहीं है ..अगर इस तरह से किसी भी राजनेता का मखौल उड़ाया जाए तो उस दल पर अनुशासनात्मक कार्यवाही होनी चाहिए । तभी जनतंत्र की मर्यादाएं जीवित रह पाएगी ।
गुजरात, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली एमसीडी के चुनाव होने बाद अचानक से चीन से कोरोना भारत आ गया लोगों को डर दिखा कर राहुल गांधी की यात्रा को प्रभावित करने का भरपूर प्रयास क्यों किया जा रहा है ??
राहुल गांधी का एक संकल्प भारत जोड़ो यात्रा
राहुल गांधी की एक संकल्प भारत जोड़ो यात्रा से देश के कई दलों में खलबली सी मचा रखी है, इसलिए उनकी यात्रा को रोकने के लिए कई तरहां की अटकलें लगाई जा रही, जैसे सोशल मीडिया पर भारत तोड़ो यात्रा को लेकर कहा जा रहा, वहीं यात्रा से जुड़ रहे लोगों को लेकर टिप्पणी की जा रही, अब नया तरीका उपयोग किया जा रहा है करोना के नाम से जनता की सुरक्षा का बहाना बना कर रोके जाने का प्रयास किया जा रहा है।
लेकिन जो इरादों के पक्के होते हैं उनको रास्ते की मुश्किलों की परवाह नहीं होती है उनका मकसद सिर्फ लक्ष्य पर पहुंचना होता है ।
जो की राहुल गांधी ने आज दिल्ली में पहुंच कर अपनी मां को गले लगाकर बता दिया कि गांधी परिवार को देश कि फ़िक्र कितनी है देश के लिए गांधी परिवार ने कितनी कुर्बानियां दी है पर उसके फलस्वरूप जनता पर एहसान नहीं जताया है।
आज इसी आलेख से हम आपको बताते हैं कि देश को समझदार और युवा पीढ़ी के सपनों को साथ लेकर चलने वाले नेताओं की जरूरत है जो कि इन सब बातों को ज्यादातर गांधी परिवार में ही पाया गया है। अभी फिलहाल राहुल गांधी दिल्ली दिलवालों के शहर में है, वहां से अपनी यात्रा का रूख आगे बढ़ाते हुए 107 दिन तय किए अपने लक्ष्य कन्याकुमारी से होते हुए 3 हज़ार किलोमीटर पैदल यात्रा को कश्मीर में समाप्त करेंगे।
भारत जोड़ो यात्रा से लोगों में बढ़ती जागरूकता भी देखने को मिलेगी।
पप्पू पप्पू कह कर जमकर मजाक उड़ाने वाली भाजपा के नुमाइंदे , राहुल गांधी की इस भारत जोड़ो यात्रा से अचानक इतने डर , सहम क्यों गए ?
लेकिन मतदाता भी अब धीरे धीरे अंधभक्ति से बाहर निकलते दिखाई पड़ रहे हैं । लिहाजा क्या इस सब का फायदा 2024 के चुनाव मै कांग्रेस को मिलेगा यहां देखना बाकी रहेगा …

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