दहानु ( प्रदीप जैन)
परोपकार सम्राट आचार्य देव श्री ऋषभचंद्र सूरीश्वरजी म.सा.के सुशिष्य प्रवचनदक्ष मुनिप्रवर श्री रजतचंद्र विजयजी म.सा.की पावन निश्रा में मिनी मोहनखेड़ा गुरुधाम तीर्थ डोंगरीपाड़ा दहाणु महाराष्ट्र में सर्वप्रथम बार श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ दादा के अट्ठमतप की आराधना का अनुपम मंगलकारी आयोजन किया गया। प्रतिदिन प्रातः स्नात्र पूजन,महाअभिषेक,पार्श्वनाथ इक्कीसा पाठ,प्रवचन धारा, प्रश्न वाटिका, लक्की ड्रॉ,देवनंदन,क्रिया अनुष्ठान पंचकल्याणक पूजा,आरती व भक्ति भावना के साथ अनेकों तपस्वी ने तेलाकर अपूर्व लाभ कमाया। आराधना के दूसरे दिन पार्श्वनाथ प्रभु के रथ यात्रा का आयोजन किया गया। पादुका का त्याग करके श्रावक श्राविका प्रभु रथ को स्वयं अपने हाथों से खिंच कर चल रहे थे। तेला करने वाले कई तपस्वी भी रथ को खींचने में आगे रहे। मंदिर परिसर की परिक्रमा कर रथयात्रा धर्मसभा में परिवर्तित हुई। धर्मसभा में श्री रजतचंद्र विजयजी ने कहा पर से मुक्त व्यक्ति ही परम तक पहुंच सकता है। पारस रत्न एवं पार्श्व प्रभु नाम से एक हैं किंतु गुण में आराधकों को पार्श्व दादा अपने समान बना देते हैं जबकि पारस रत्न सिर्फ लोहे को सोना बना सकता है
रात्री में भक्ति भावना
अदिति कोठारी इन्दोर, हेनिल कोठारी सुरत एवं हितेश राजावत ने भक्ति की धूम मचाई । रात्री भक्ति भावना का लाभ राजमलजी राजावत एवं राकेशजी पुनमिया दहानू वालों को मिला इनका बहुमान एवं अट्ठमतप आराधना मुख्य लाभार्थी श्री राजुभाई दापोली वाले का बहुमान गुरुधाम तीर्थ ट्रस्ट मंडल ने भक्तों से खचाखच भरे हॉल में शानदार तारीफ से किया।
इनको मिला लाभ
प्रथम दिन श्री शांतिधारा महाभिषेक पक्षाल का लाभ श्रीमती सुरेखा बेन एवं मंजू बेन को मिला। दुसरे दिन श्री पार्श्वनाथ जन्म कल्याणक प्रसंगे बृहत्त उवस्सग्गहरं महाभिषेक पक्षाल का लाभ श्रीमती संतोष बेन को मिला। आरती प्रकाश भाई सोहनराजजी कर्नावट दहानू,मंगल दीवा राकेश जी पुनमीया को मिला। गुरुदेव आरती गायक हेनिल व अदिती कोठारी को मिला। श्री पार्श्वनाथ भगवान जन्म कल्याणक रथयात्रा में प्रभु को लेकर अर्जुन भाई पामेचा हस्ते प्रेमा बेन को मिला। तिहरे दिन श्री पार्श्वनाथ महा स्त्रोत्र महाभिषेक पक्षाल राजुभाई जैन दापोली को मिला।
ये थे उपस्थित
ट्रस्ट के अध्यक्ष भरतजी सोलंकी, ललितजी पुनमिया, हितेशजी वागरेचा, भूपेशजी सोलंकी, राजमलजी वागरेचा, राकेशजी पुनमिया, राकेशजी खेरोदिया, संजयजी ट्रस्टी (दहानु गांव ) रमेश पुनमिया पालघर, सुरेन्द्रजी वैष्णव उमरगांव, धिरजमलजी परमार (2022 गुरुसप्तमी लाभार्थी ) घोलवड़, दहानु, सावटा, वानगांव बोईसर, पालघर, बोरडी, संजान, उमरगांव, मुंबई, ठाणा, भिवंडी सहित अनेकों श्रीसंघ से गुरुभक्त पधारे थे।
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