✒ विशाल रैली निकालकर तथा काली पट्टी बांधकरi किया विरोध प्रदर्शन
सूचना के बावजूद ज्ञापन लेने नहीं पहुंचे तहसीलदार तो जैन समाज का बढ़ा आक्रोश , बस स्टैंड पर किया चक्का जाम
शिवपुरी (अतुल जैन)
खनियांधाना , जैन समाज के सर्वोच्च तीर्थ स्थान सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल बनाने से रोकने के लिए जैन समाज खनियांधाना एवं चौरासी जैन समाज द्वारा आज खनियाधाना में विशाल रैली निकाली जिसमें जैन समाज के हजारों की संख्या में महिला पुरुष अपने हाथों में तख्तियां , बैनर लेकर तथा काली पट्टी बांधकर नारे लगाते हुए नगर के मुख्य मार्गो से होते हुए तहसील कार्यालय पर ज्ञापन देने पहुंचे लेकिन पूर्व सूचना के बावजूद भी तहसील कार्यालय पर तहसीलदार समेत कोई भी अधिकारी कर्मचारी के नहीं मिलने से जैन समाज में आक्रोश छा गया तथा आधा घंटे तक इंतजार करने के बाद जब तहसीलदार नहीं आए तो आक्रोशित भीड़ बस स्टैंड पर पहुंच गई तथा वहां पर जाकर चक्का जाम करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी इसके बाद आनन-फानन में पिछोर तहसील दार अखिलेश शर्मा बस स्टैंड पर पहुंचे और प्रशासन की चूक स्वीकार करते हुए जैन समाज को समझा-बुझाकर शांत कर ज्ञापन लिया । उल्लेखनीय है कि पूरे देश भर में जैन तीर्थ सम्मेद शिखर को बचाने के लिए आंदोलन प्रदर्शन हो रहे हैं इसी क्रम में आज नगर के प्राचीन श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन बड़ा मंदिर पर जैन समाज के लोग एकत्रित हुए तथा वहां से रैली की शक्ल में नगर के प्रमुख मार्ग हिंद गली, गांधी चौक , नगर पालिका चौराहा , टेकरी मंदिर , बस स्टैंड होते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे । तहसील कार्यालय पर पहुंचकर सकल दिगंबर चौरासी समाज की ओर से प्रधानमंत्री , राष्ट्रपति तथा झारखंड के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन पढ़ कर सुनाया गया जिसमें मांग की गई कि झारखंड सरकार की अनुशंसा पर केंद्र सरकार द्वारा 2019 में जारी जैनों के सबसे बड़े तीर्थ स्थान श्री सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल बनाने वाला अध्यादेश वापिस लिया जाये । सरकार का यह काला कानून हमारे पवित्र तीर्थ स्थल को पर्यटन क्षेत्र बनाने की ओर किया जा रहा प्रयास है जिसको जैन समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगी । हम सरकार से मांग करते हैं कि सम्मेद शिखर के पूरे 40 किलोमीटर पर्वत क्षेत्र को पवित्र स्थान घोषित किया जाए जिससे वहां पर मांस , मदिरा की बिक्री तथा अनैतिक कार्य बंद हो सके ।
ज्ञापन सौंपने के लिए कई घंटों की प्रतीक्षा के बाद भी तहसीलदार तहसील मुख्यालय पर नहीं पहुंचे, तो जैन समाज के लोगों में काफी रोष व्याप्त हो चुका था। जबकि तहसीलदार को 4 दिन पहले ज्ञापन की सूचना दे दी गई थी , जिसकी वजह से जैन समाज के लोग तहसील से वापस न्यू बस स्टैंड पर पहुंचकर प्रमुख रोड पर चक्का जाम कर किया एवं पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बनकर तमाशा देखती रही। जिसके एक घंटे बाद मजबूरन पिछोर तहसीलदार को खनियांधाना बस स्टैंड पर प्रदर्शनकारियों के पास आना पड़ा और काफी देर समझाइस के बाद ज्ञापन सौंपा गया और चक्का जाम खोल दिया गया।
आंदोलन समिति के सदस्यों ने बताया कि जैन समाज के करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र एवं अनंत मुनिराज तीर्थंकरों की मोक्ष स्थली सम्मेद शिखर जी को सरकार द्वारा पर्यटन स्थल एवं वन्य जीव पर्यावरण केंद्र घोषित करने के लिए अधिसूचना जारी की गई है जिसके जरिए सरकार इसे पर्यटन स्थल बनाना चाहती है तथा जब तक सरकार इस काले कानून को वापस नहीं लेगी तब तक पूरे देश भर में इसी प्रकार शांति प्रिय जैन समाज अपनी मांगों के समर्थन में प्रशासन को चेताती रहेगी ।
सूचना :- यह खबर संवाददाता के द्वारा अपडेट की गई है। इस खबर की सम्पूर्ण जिम्मेदारी संवाददाता जी की होगी। www.loktantraudghosh.com लोकतंत्र उद्घोष या संपादक मंडल की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।