पूजा-पाठ के बाद मेट्रो ट्रेन का ट्रायल कोच सड़क मार्ग से 40 चक्कों के ट्राले पर हुआ रवाना
चालीस चक्कों के ट्राले पर सवार होकर आ रहे मेट्रो के डिब्बे
लोकतंत्र उद्घोष-अंकितसिंह गिल-इन्दौर
चन्द्र यान, चेस के 18 वर्षीय खिलाड़ी व भारत का G-20 में प्रतिनिधित्व वंही 5 वी आर्थिक इकोनॉमी के साथ बढ़ते हुए 2 या 3 नम्बर पर आने की जिद ऐसे ही नही है। अब ये भी सामने आ रहा है कि भारत तरक्की के क्षेत्र में हर क्षेत्र में झंडे गाड़ रहा है इसी के तारतम्य में (ईएमएस) मूर्त रूप लेते मेट्रो प्रोजेक्ट में अगले क़दम के रूप में ट्रायल रन की कवायद शुरू हो गई है। वड़ोदरा के सावली स्थित कोच फैक्ट्री से तीन कोच पूर्ण विधि विधान से पूजा पाठ करने के बाद चालीस चक्कों के ट्रालो द्वारा सड़क मार्ग से रवाना कर दिए गए हैं, ये अलीराजपुर झाबुआ मार्ग होते हुए संभवत 30 अगस्त तक इंदौर पहुंच जाएंगे। इंदौर आने के बाद गांधीनगर में निर्मित डिपो से विशेष मशीन के जरिए इन्हें ट्रैक पर लाया जाएगा। शासन के प्रोजेक्ट इंचार्ज सहित कान्ट्रेक्टर कम्पनियों के जवाबदारों ने पथ निरीक्षण कर कार्य प्रगति पर संतोष जताया है। सुपर कॉरिडोर पर गांधीनगर से टीसीएस तक करीब 5.9 किमी के हिस्से पर सितंबर में ट्रायल रन हेतु ट्रेन चलाना प्रस्तावित है। इसके लिए स्टेशन निर्माण, बिजली सहित अन्य कामों की गति और बढ़ा दी है । बिजली कंपनी ने भी मेट्रो के लिए 10 एमवीए का कनेक्शन कर दिया है। इसके लिए 17 किलोमीटर की नई पैंथर लाइन डाली गई है। मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के जीएम अजय कुमार ने बताया कि फिलहाल मेट्रो रेल काॅर्पोरेशन 17.5 किमी के हिस्से पर काम कर रहा है। यह एलिवेटेड कॉरिडोर गांधीनगर से सुपर कॉरिडोर होते हुए लवकुश चौराहा, आईएसबीटी, बापट, विजय नगर, रेडिसन चौराहा होते हुए रोबोट चाैराहे तक बन रहा है।
इसके बाद यह तिलक नगर से पलासिया होते हुए एमजी रोड की ओर जाएगा, जहां मेट्रो अंडरग्राउंड हो जाएगी। रोबोट चौराहे से पलासिया तक 5.50 किमी के हिस्से के लिए बुलवाए गए टेंडर में पांच कंपनियों ने हिस्सा लिया। इनमें दिनेशचंद्र आर अग्रवाल इंफ्राकॉन प्रालि, आईटीडी सीमेंटेशन इंडिया लि., रेल विकास निगम लिमिटेड, रणजीत बिल्डकॉन लि. व सेम इंडिया बिल्टवेल प्रालि. शामिल हैं।