खरगोन – जानकार सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अपने आप को पत्रकार बता कर आए दिन लोगो से लड़ना , झगड़ना , डराना घमकाना , व मारपीट करने जैसे कृत्य करने वाले एक तथाकथित पत्रकार के खिलाफ शनिवार को जिला जनसंपर्क कार्यालय खरगोन में भृत्य के पद पर विगत 17 वर्षो से कार्यरत महिला कर्मचारी ने पुलिस अधीक्षक के साथ ही मध्यप्रदेश राज्य महिला आयोग भोपाल और मध्यप्रदेश अनुसूचित जनजाति आयोग भोपाल को भी पत्रकार पर कार्यवाही करने का आवेदन दिया है। पत्रकार के खिलाफ दिए गए उक्त आवेदन में पुलिस अधीक्षक को यह लिखित में दिया गया है कि संजय सोनी नामक पत्रकार द्वारा अभद्र व्यवहार करने व जेल में डालने की धमकी देना दर्शाया गया है ।
विषयांतर्गत श्रीमान से निवेदन है कि मैं श्रीमती चौहान भृत्य जिला जनसंपर्क कार्यालय खरगोन में भृत्य के पद पर विगत 17 वर्षो से कार्यरत हूं।
महोदय वर्तमान में विधानसभा निर्वाचन 2023 का कार्य चल रहा है। इसी संदर्भ में निर्वाचन संबंधी पेड न्यूज विज्ञापन आदि विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित होने की संभावना रहती है जिन्हें नियमित बारीकी से अवलोकन किया जाता है। साथ ही नियमित कतरन कलेक्टर महोदय की ओर प्रस्तुत की जाती है।
मेरे नियमित कर्तव्य में यह कार्य सम्मिलित है।
चमचागिरी बंद करो, नहीं तो जेल में डलवा दूंगा-दी धमकी
विगत 26.10.2023 को संजय सोनी पत्रकार समाचार पत्र दैनिक शाम तक जो कि जनसंपर्क अधिकारी के समक्ष में बैठे थे। जब उन्हें यह अवगत कराया गया कि आपका समाचार पत्र नियमित प्राप्त नहीं हो रहा है तो मुझ पर गुस्सा होकर जनसंपर्क अधिकारी के समक्ष भड़क उठे और पिछले सितंबर 2023 माह के अंकी को फेंकते हुए बोले की तुम सब पिछले अधिकारी वास्कले के चमचे हो। गया अब उसकी चमचागिरी बंद करो, नहीं तो जेल में डलवा दूंगा।
महोदय यहां यह स्पष्ट अवगत कराना चाहूंगी कि इनका समाचार पत्र जनवरी 2023 से अगस्त 2023 तक एक भी अंक इस कार्यालय को प्राप्त नहीं हुआ। साथ ही सितंबर माह के मात्र 03 अंक तथा अक्टूबर के मात्र 11 अंक प्राप्त हुए हैं।
पूर्व में पारिवारिक उत्पीड़न संबंधी एफआईआर सोनी पर थाने में दर्ज है
चौहान मेडम आगे लिखती हैं कि महोदय में एक विधवा अजजा (अनुसूचित जनजाति) की महिला हूं। अतः संजय सोनी मुझे डरा धमकाकर जेल में डालने की धमकी देकर गया है। जबकि संजय सोनी पर पूर्व में ही पारिवारिक उत्पीड़न संबंधी एफआईआर थाने में दर्ज होकर मामला कोर्ट तक गया हुआ था।
दिनांक 27 अक्टूबर 2023 को कार्यालय प्रमुख के समक्ष में मेरे साथ इस तरह का व्यवहार किया गया जो कि कैमरा रिकॉडिंग में देखा जा सकता है। महोदय क्योंकि में एक शासकीय कर्मचारी हूँ तथा कर्तव्य समय में मेरे साथ हुई इस घटना के साक्षी कार्यालय प्रमुख व कार्यालयीन स्टाप है। घटना से मैं आहत हूँ, अतः संजय सोनी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने की अपील की गई है।
उल्लेखनीय है कि कुछ समय पहले भी हुआ था शासकीय महिला प्रोफेसर से विवाद
बता दे कि इस माह की 4 तारीख को भी उक्त तथाकथित पत्रकार का विवाद अपने ही घर के सामने निवासरत शासकीय सहायक प्राध्यापक डॉ. भगोरे जो कि एससी वर्ग की है उनके साथ भी उक्त पत्रकार सोनी द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया था जिस पर उन्होंने भी थाने में सोनी के खिलाफ आवेदन दिया था और कार्यवाही की मांग की गई थी लेकिन सम्पन्न व पढे लिखे परिवार और सम्मानजनक पद पर कार्यरत होने का उन्होंने परिचय देते हुए सोनी द्वारा की गई अभद्रता को एक बार माफ करते हुए पुलिस के सम्मुख आपसी संवाद कर मामला खत्म कर दिया गया था।
लेकिन अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति की महिलाओं के साथ इस प्रकार की हरकत करना न तो पत्रकारिता में है न ही पत्रकार के लिए उचित है ऐसे में अब पुलिस व जिले का जनसंपर्क विभाग व प्रेस क्लब खरगोन क्या एक्शन लेगा यह देखना लाजमी होगा।
बहरहाल पुलिस प्रशासन और आयोग से भी पीड़ित दोनों एस सी एस टी वर्ग की महिलाएं न्याय चाहती है ।